नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 352 तक पहुंच गया है, जिससे हवा ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। जहरीली हवा के कारण दिल्लीवासियों के लिए घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। खासकर बच्चे और बुजुर्ग सांस लेने में परेशानी का सामना कर रहे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में AQI 400 के पार मापा गया है, जैसे आनंद विहार में 425, बवाना में 412, मुंडका में 419, और वजीरपुर में 421। वहीं, एनसीआर के गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे शहरों में भी AQI खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
अधिकतर इलाकों में AQI 300-400 के बीच
दिल्ली के विभिन्न इलाकों में भीषण प्रदूषण देखने को मिल रहा है। अलीपुर में AQI 372, अशोक विहार में 398, बुराड़ी क्रॉसिंग में 370, और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 315 दर्ज किया गया। बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते लोग पाचन संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
प्रदूषण से स्वास्थ्य पर गंभीर असर
डॉक्टरों के अनुसार, दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण पाचन समस्याएं, जैसे इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) और इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD) के मामले बढ़ रहे हैं। गुरुग्राम के नारायणा हॉस्पिटल के डॉ. सुकृत सिंह सेठी ने बताया कि वायु प्रदूषण के कारण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और मेटाबोलिक सिंड्रोम जैसी स्थितियों में बढ़ोतरी हो रही है।
दिल्ली में लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए प्रशासन से कड़े कदम उठाने की मांग की जा रही है।
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