मोटापा बढऩे से कई तरह की बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं. खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से लोग तेजी से मोटापे का शिकार बन रहे हैं. ऑफिस या घर में एक ही जगह घंटों-घंटों तक बैठे रहने से शरीर में चर्बी जमा होने लगती है, जिसे कम करने के लिए ज्यादातर लोग खूब पसीना बहाते हैं. हालांकि, कई बार तरीका सही न होने की वजह से वजन कम होने की बजाय बढ़ भी सकता है. दरअसल, कई लोग वेट लॉस और फैट लॉस में अंतर नहीं समझ पाते हैं, जिसकी वजह से उन्हें कई दिक्कतें होने लगती है. ऐसे में आइए जानते हैं वेट लॉस और फैट लॉस में क्या अंतर है…
वेट लॉस और फैट लॉस में अंतर
मोटापा घटाने के लिए सिर्फ वेट लॉस करना ही सही नहीं होता है. इस प्रक्रिया में शरीर के वजन से मसल्स, पानी, ग्लाइकोजन और फैट कम होता है. फैट लॉस में शरीर में पहले से ही स्टोर बॉडी फैट कम करते हैं, इसलिए यह ज्यादा अच्छा माना जाता है. यही कारण है कि फिट रहने के लिए वेट लॉस नहीं बल्कि फैट लॉस करने पर फोकस करना चाहिए।
फैट कैसे घटाएं, मसल्स कैसे बचाएं
- प्रोटीन से भरपूर डाइट लें- शरीर के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी तत्व है. यह मांसपेशियों को मेंटेन रखने का काम करता है और नई मांसपेशियों का विकास करता है, जो वेट लॉस के दौरान मददगार होती हैं।
- एक्सरसाइज करें- रोजाना एक्सरसाइज कर मांसपेशियों को लूज करने से बचा सकते हैं. यह फैट लूज करने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है. कई स्टडी में भी साबित हो चुका है कि मोटापे के शिकार लोग हफ्ते में अगर तीन बार कार्डियो और वेट ट्रेनिंग करते हैं तो उनमें मसल्स मेंटेन और वेट लॉस एक्सरसाइज न करने वालों की तुलना में ज्यादा बेहतर तरीके से होता है।
- कम कैलोरी डाइट- वजन या मोटापा घटाने के लिए कम कैलोरी वाले फूड्स खाने चाहिए. कम कैलोरी और एक्सरसाइज से वजन कम रखा जा सकता है. अपनी डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन जैसी चीजों को शामिल कर सकते हैं. वहीं, डेयरी प्रोडक्ट्स, कम मीठी चीज या ड्रिंक्स से एक्स्ट्रा कैलोरी को कम किया जा सकता है।
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