नई दिल्ली। भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक आंदोलन में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) द्वारा ओलंपिक ऑर्डर अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान 142वें आईओसी सत्र के दौरान पेरिस में ओलंपिक के समापन से एक दिन पहले आज प्रदान किया जाएगा।
ओलंपिक ऑर्डर अवॉर्ड, जिसे 1975 में स्थापित किया गया था, ओलंपिक आंदोलन का सर्वोच्च पुरस्कार है। यह सम्मान उन व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने ओलंपिक आदर्शों को दर्शाया हो, खेल जगत में उल्लेखनीय योग्यता हासिल की हो, या ओलंपिक के लिए अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि या खेल के विकास में उत्कृष्ट सेवाएं दी हों। इसके नामांकन ओलंपिक ऑर्डर काउंसिल द्वारा प्रस्तावित किए जाते हैं और कार्यकारी बोर्ड द्वारा उन पर निर्णय लिया जाता है।
इससे पहले, भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को 1983 में इस अवॉर्ड से नवाजा गया था।
41 वर्षीय अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग खेलों में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में भारत के लिए पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा, वह 2010 से 2020 तक अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) की एथलीट समिति के सदस्य रहे और 2014 से इसके अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। वह 2018 से आईओसी एथलीट आयोग के सदस्य भी हैं।
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