ईयरफोन या हेडफोन्स, किससे होता है ज्यादा नुकसान? वक्त रहते बचाएं अपने कान

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वक्त के साथ-साथ इंसान के लाइफस्टाइल में ढेरों बदलाव आएं हैं। बढते टेक्नोलॉजी ने काम को आसान बना दिया है, लेकिन इसके कई नुकसान भी देखने को मिले हैं। आजकल ट्रैवलिंग में या कोई काम कर रहे हो तो गाना सुनने की अलग ही दीवानगी देखने को मिलती है। युवा घंटो-घंटो कान में इसे लगाकर रखते हैं। हेडफोन्स या ईयरफोन का ज्यादा समय तक इस्तेमाल करने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।

सुनने पर हो सकता है असर
ईयरफोन का ज्यादा इस्तेमाल आपके सुनने की क्षमता पर असर डालता है। जबकि हेडफोन कान से चिपके होते हैं इसमें से कोई भी हिस्सा कान के अंदर नहीं पहुचंता है। इसका परिणाम यह है कि इसका नेगेटिव असर सुनने पर होता है। रिपोर्ट के मुताबिक, ईयरफोन का ईयरपीस कान के अंदर डालने से गंदगी कान के अंदर और गहरे जा सकती है, जिससे सुनने में रुकावट आती है।

कम करें इस्तेमाल
अगर कोई इंसान इसका कभी-कमार इस्तेमाल करता है तब तो ठीक है। लेकिन अगर कोई लंबे समय तक मीटिंग्स, म्यूजिक सुनने या फिल्म देखने के लिए ज्यादा इयरफोन का इस्तेमाल करता है. तो उसे इस्तेमाल कम कर देना चाहिए. लगातार और लंबे समय तक ईयरफोन का इस्तेमाल जब आप हाय वॉल्यूम पर सुनते हैं तो ऐसे में सुनाई देने की क्षमता को घटा सकती है। कभी-कभी कान में दर्द होने लगते हैं. डॉक्टर भी फोन को कान में ज्यादा देर तक लगाकर बात करने से मना करते हैं. ऐसे में अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए उन्हें काफी चीजों का ध्यान रखना होगा।

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