नाखून खाने की आदत को नेल बाइटिंग भी कहा जाता है. वहीं काफी बड़ी संख्या में लोग इस आदत का शिकार हो जाते हैं और फिर लाख कोशिशों के बाद भी इस आदत से छुटकारा नहीं मिल पाता है। यह आदत बच्चों और किशोरावस्था में काफी ज्यादा देखने को मिलती है। वहीं एक्सपर्ट के मुताबिक नेल बाइटिंग हमारी सेहत के लिए काफी ज्यादा हानिकारक है। वहीं अक्सर देखा गया है कि लोग नाखून स्ट्रेस और एंग्जायटी की वजह से चबाते है. आइए आपको इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताते है।
इस वजह से चबाते है नाखून
काफी लोगों में ये दिक्कत एग्जाम, स्ट्रेस, एंग्जायटी, वर्कलोड जैसी दिक्कतों की वजह से नाखून चबाने लग जाते है. इसके अलावा काफी लोग बोरियत की वजह से भी नेल बाइटिंग करने लगते हैं. वहीं कुछ लोगों की नेल बाइटिंग आदत बन जाती है. जब यह आदत बन जाती है, तो व्यक्ति बिना सोचे समझे या बिना किसी विशेष कारण के नाखून चबाने लगते हैं।
इस कारण होती है ये दिक्कत
वहीं एक्सपर्ट के मुताबिक किशोरावस्था के दौरान हॉर्मोनल चेंजेस और शारीरिक बदलाव भी नेल बाइटिंग की आदत को बढ़ावा दे सकते हैं. इस दौरान मानसिक और भावनात्मक उतार-चढ़ाव सामान्य होते हैं, जो इस आदत को प्रभावित कर सकते हैं. कुछ रिसर्च की मानें तो नेल बाइटिंग एक जेनेटिक आदत हो सकती है. अगर परिवार के किसी सदस्य में यह आदत है, तो यह बाकी लोगों को भी हो सकती है।
क्या होता है इससे नुकसान
एक्सपर्ट के अनुसार नाखून चबाने से होथों और मुंह में इंफेक्शन का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. वहीं लगातार नाखून चबाने से नाखूनों की क्वालिटी भी खराब हो जाती है और इससे आसपास की स्किन में भी काफी बीमारियां फैल जाती है. वहीं नाखून चबाने का इस पर काफी असर पड़ता है और कई तरह की परेशानियां पैदा हो सकती हैं।
+ There are no comments
Add yours