ऋषिकेश। अपने गंतव्यों के लिए वाहनों का इंतजार करने वाले भोले-भाले यात्रियों को लिफ्ट देकर ठगी करने वाले तीन शातिर पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। पुलिस ने अंतरराज्यीय स्तर पर ठगी करने वाले इस गिरोह से ठगा गया सामान, पैसे तथा ठगी में प्रयुक्त वाहन भी बरामद किया है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह खाेलिया ने बताया कि इस संबंध में 12 सितंबर को दो अलग-अलग लोग ने ऋषिकेश कोतवाली में तहरीर दी थी। जिसमें खिलानन्द नौटियाल निवासी ग्राम सभा अदनी, रौन्तल तहसील चिन्यालीसौड़ जिला उत्तरकाशी ने अवगत कराया गया कि वह की सुबह करीब 7.15 बजे ऋषिकेश बस अड्डे से उत्तरकाशी जाने वाली रोडवेज का इंतजार कर रहा था, तभी बस अड्डे के गेट पर करीब 60 वर्षीय एक बुजुर्ग ने उन्हें सामने खड़ी सफेद रंग की गाडी में लिफ्ट देकर उत्तरकाशी पहुंचाने का विश्वास दिलाया।
आरोप है कि कार चालक कार को लेकर गोरा देवी चौक ऋषिकेश की तरफ ले गया। तीनों व्यक्तियों ने उन्हें डर दिखाकर उनसे 43000 हजार रुपये नगद तथा उनकी पत्नी के गले से तिमणी माला अपने कब्जे में ले ली। कुछ आगे चलकर उन्हें कार से उतार दिया।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र सिंह खाेलिया ने बताया कि घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गयी। पुलिस टीम ने घटनास्थल तथा आसपास क्षेत्र के 120 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की छानबीन कर शनिवार को खांडगांव अंडर पास के समीप से तीन आरोपितों को घटना में प्रयुक्त वाहन यूपी 75एन- 4608 स्विफ्ट के साथ गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में आरोपितों ने अपने नाम अब्दुल मलिक उर्फ अरमान निवासी जहांगीरपुरी दिल्ली मूल चावड़ी बाजार गली नंबर-4 पुरानी दिल्ली, जगत सिंह बिष्ट निवासी ग्राम बासबाडा पो. सेरा थाना नंदानगर जनपद चमोली तथा मोहम्मद कासिफ निवासी मोहल्ला बल्ली मरान थाना हौज खास चांदनी चौक दिल्ली हाल निवासी इंशा अल्लाह मस्जिद थाना सिलमपुर पुरानी दिल्ली बताया। पुलिस के मुताबिक आरोपित मोहम्मद कासिफ तथा जगत सिंह के खिलाफ देहरादून जनपद के अन्य थानों में भी मुकदमे दर्ज हैं। ठगों के उत्तराखंड के अलावा अन्य राज्यों से भी आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि आरोपितों के कब्जे से ठगी के करीब 34000 रुपये नगद तथा कुछ सोने का सामान बरामद हुआ है।
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